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लॉन्च हुआ बीस पैसे में एक किलोमीटर चलने वाला स्कूटर

Eco-friendly scooter for last mile delivery and personal commute

Aditya Tiwari (fourth from left) and Professor V. Ram Gopal Rao, Director, IIT Delhi (fifth from left) during the launch of 'Hope'

नई दिल्ली: बढ़ते प्रदूषण एवं पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में वृद्धि ने वाहन निर्माताओं को ईको-फ्रेंडली और बेहतर एवरेज देने वाले वाहनों के निर्माण के लिए प्रेरित किया है। इस दिशा में काम करते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली द्वारा इंक्युबेटेड स्टार्टप गेलियोस मोबिलिटी ने इलेक्ट्रिक स्कूटर ‘होप’ लॉन्च किया है। इस स्कूटर को डिलीवरी एवं स्थानीय आवागमन के लिए अनुकूल बताया जा रहा है।

बीस पैसे प्रति किलोमीटर की दर से चलने वाले इस स्कूटर की अधिगतम गति 25 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह स्कूटर ऐसे वाहनों की श्रेणी में शामिल है, जिन्हें सड़क पर चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस या पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है। यह स्कूटर, कंपनी द्वारा विकसित बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम, डाटा मॉनिटरिंग सिस्टम और पेडल असिस्ट यूनिट जैसी आधुनिक तकनीकों से युक्त है। इसमें इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) का समावेश किया गया है, जिससे डेटा एनालिटिक्स के माध्यम से स्कूटर की जानकारी मिलती रहती है।इन्हीं विशेषताओं के कारण ‘होप’ भविष्य के स्मार्ट एवं कनेक्टेड स्कूटर की श्रेणी में आता है।

‘होप’ के साथ पोर्टेबल चार्जर और पोर्टेबल लिथियम आयन बैटरी आती है। स्कूटर में लगी बैटरी को घर में उपयोग होने वाले सामान्य प्लग से चार्ज कर सकते हैं, जिससे पार्किंग में अतिरिक्त चार्जर की आवश्यकता नहीं होती है। सामान्य बिजली से यह बैटरी चार घंटे में पूर्ण चार्ज हो जाती है। अपनी आवागमन की जरूरतों के मुताबिक ग्राहकों के पास दो अलग-अलग रेंज 50 किलोमीटर और 75 किलोमीटर की बैटरी क्षमता का चयन करने का विकल्प है।

गेलियोस मोबिलिटी भोजन, ई-कॉमर्स, किराना, अनिवार्य और अन्य वितरण अनुप्रयोगों में हाइपरलोकल डिलीवरी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वितरण कंपनियों के साथ सहयोग कर रही है। गेलियोस मोबिलिटी उन चुनिंदा कंपनियों में से है, जो स्कूटर में पेडल असिस्ट सिस्टम जैसा विशेष फीचर दे रही है। यात्रा के दौरान ग्राहक अपनी सुविधा अनुसार पेडल या थ्रॉटल का विकल्प चुन सकते हैं। सुविधाजनक पार्किंग के लिए ‘होप’ को विशेष रिवर्स मोड तकनीक लैस किया गया है, जिसकी सहायता से संकरे स्थानों पर भी स्कूटर आसानी से पार्क किया जा सकता है।

अत्याधुनिक उपयोग के लिए इस स्कूटर में एक मजबूत और कम वजन का फ्रेम बनाया गया है। स्कूटर की संरचना और इसकी छरहरी डिजाइन, इसे भीड़ भरी सड़कों में भी आसानी से रास्ता बना लेने की क्षमता प्रदान करते हैं। वाहन में रिवॉल्यूशनरी स्लाइड और सवारी की आवश्यकता के अनुसार भार-वाहक एसेसरीज या पीछे की सीट जोड़ी जा सकती है।

इलेक्ट्रिक स्कूटर ‘होप’

कंपनी द्वारा अधिकतम उपयोग किए जाने वाले मार्गों पर स्कूटर के चार्जिंग और मेंटेनेंस के लिए हब स्थापित किए जाएंगे। इमरजेंसी की स्थिति में, आकस्मिक सेवाएं जैसे मार्ग पर सहायता एवं बैटरी को बदलने की सुविधा कंपनी द्वारा प्रदान की जाएगी।

गेलियोस मोबिलिटी के फाउंडर व सीईओ आदित्य तिवारी ने कहा है कि तीन वर्ष पूर्व गेलियोस मोबिलिटी की शुरुआत ईको-फ्रेंडली आवागमन तंत्र विकसित करने के दृष्टिकोण से की गई थी। इस प्रयास में ‘होप’ की लॉन्चिंग एक प्रमुख कदम है। इस स्कूटर की कीमत मात्र 46,999 रुपये से शुरू होती है, जो इसे मार्केट का सबसे किफायती इंटरनेट कनेक्टेड स्कूटर बनाता है।

आईआईटी, दिल्ली द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि दिल्ली-एनसीआर के लिए इस स्कूटर की बुकिंग प्रारंभ कर दी गई है, और अन्य शहरों के लिए इस वर्ष के मध्य तक इसकी बुकिंग की जा सकेगी। आदित्य तिवारी ने बताया कि फिलहाल स्थानीय वितरण में उपयोग के लिए यह स्कूटर लॉन्च किया जा रहा है। आगामी महीनों में व्यक्तिगत आवागमन हेतु भी इसकी बुकिंग प्रारंभ की जाएगी। (इंडिया साइंस वायर)

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