नई दिल्ली: अंतर्विषयक शोध-अनुसंधानों एवं अध्ययन को प्रोत्साहन देने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी, दिल्ली) और इजरायल की हिब्रू यूनिवर्सिटी ऑफ जेरूसलम (हूजी) ने साझेदारी करने का फैसला किया है। दोनों संस्थानों ने केवल शोध एवं अध्ययन के लिए ही नहीं, बल्कि छात्र विनिमय के लिए भी करार किया है। इसके अंतर्गत दोनों संस्थान अपने छात्रों की अदला-बदली करने पर सहमत हुए हैं। इससे छात्रों को दोनों संस्थानों के सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक पहलुओं को समझने का लाभ मिलेगा। इससे अकादमिक एवं उद्यम दोनों स्तरों पर छात्र लाभान्वित हो सकेंगे।
आईआईटी, दिल्ली के साथ साझेदारी पर हूजी में अंतरराष्ट्रीय मामलों के उपाध्यक्ष प्रो. ओरोन शगरीर ने कहा, ‘आईआईटी दिल्ली के साथ साझेदारी पर हिब्रू यूनिवर्सिटी को प्रसन्नताहै। इससे छात्रों को भारत के अग्रणी शैक्षणिक संस्थान के साथ शोध-अनुसंधान एवं विचारों की साझेदारी का अवसर मिलेगा। यह भारत के साथ साझेदारी बढ़ाने की हमारी रणनीति का हिस्सा है।’
वहीं आईआईटी, दिल्ली के निदेशक प्रो वी रामगोपाल राव ने इस नयी साझेदारीपर हर्ष जताते हुए कहा, ‘आईआईटी दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने पर बहुत जोर दिया जाता है। हमें हिब्रू यूनिवर्सिटी के साथ अनुबंध करके बहुत खुशी हो रही है कि दोनों संस्थान अपने-अपने क्षेत्रों में शोध-अनुसंधान की दिशा में कोष-साझेदारी पर सहमत हुए हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि दोनों संस्थानों के बीच यह साझेदारी दीर्घकाल तक चलेगी और इससे दोनों देश लाभान्वित होंगे।’
इस अवसर पर आईआईटी दिल्ली में डीन (शोध एवं विकास) प्रो सुनील कुमार खरे ने बताया कि हूजी के साथ मिलकर संस्थान को कंप्यूटर साइंस, बायोमेडिकल साइंस, लाइफ साइंस, पर्यावरण एवं रसायन जैसे क्षेत्रों में उत्कृट शोध परिणामों की उम्मीद है। (इंडिया साइंस वायर)