भारत नेपाल विशेषज्ञ टीम देशी गायोंके महत्व पर शोध कर रही है

यह हमारी पीढ़ीके लिए अच्छी खबर है कि ऋषि-मुनियों द्वारा खोजा गया ज्ञान इस सदी में धीरे-धीरे महत्व प्राप्त कर रहा है। विभिन्न शोधों के अनुसार देशी गायें मानव कल्याण के लिए वरदान साबित हो रही हैं।

स्थानीय स्वदेशी कामधेनु गाय और उसके उत्पादों के वैज्ञानिक महत्व पर शोध करने और आधुनिक समय में इसके उपयोग पर और शोध करने के लिए दोनों देशों की कंपनियों के बीच एक समझौता हुआ है। श्री बंसी गौ धाम काशीपुर भारतकी ओर से श्री नीरज चौधरी और सोती वास्तु प्राइवेट लिमिटेड, चितवन नेपालकी ओर से श्री लक्ष्मी प्रसाद सोतीके बीच एक समझौता हुआ है।

नेपालके सोती नेपाल ज्योतिष परिषद केंद्रीय समितिके वास्तु शास्त्र विभागके प्रमुख भी हैं। उन्होंने वास्तु शास्त्र पर कई शोध किए हैं और नेपाल, भारत और अमेरिका के एक सम्मानित व्यक्ति बन गए हैं। वास्तु शास्त्री एबम सिविल इंजीनियर सोतीको भारतके उत्तर प्रदेशके उप मुख्यमंत्री द्वारा भी सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि इस आधुनिक युग में लोगों की सुख, शांति और सद्भाव की प्राप्ति के लिए देशी गाय और उसके उत्पाद वास्तु शास्त्र में महत्वपूर्ण हैं। वैदिकऋषियों ने जो कहा है उसे आगे बढ़ाने और उसे व्यवहार में लाने के लिए, सोती वैदिक वास्तुका अध्ययन करके आगेके शोधकी प्रक्रिया में है।

वह भारत में कई स्थानों पर घरों, कार्यालयों, कारखानों आदि की वास्तुकला को व्यवस्थित करने का काम भी करते रहे हैं। अब दोनों देशों की कंपनियों ने देशी गायों के महत्व पर शोध कर जानकारी सामने लाई है। उन्होंने कहा कि यह ज्ञान न सिर्फ भारत में बल्कि पश्चिमी देशों में भी दिया जायेगा।

काशीपुर, उत्तराखंड, भारतके यम्बेस्टर ब्रांडके मालिक नीरज चौधरी पहले ही देशी गायों के संरक्षण और उपयोगिता के संबंध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिल चुके हैं।उन्होंने कहा कि जांचके बाद इसका बाकी महत्व सामने आएगा और योजनाको दोबारा भारतीय प्रधानमंत्रीके पास लाया जाएगा.वे लंबे समय से भारत में देशी गायों के साथ घुलने-मिलने का काम कर रहे हैं। उनका मुख्य प्रोमो संस्कृति और अर्थव्यवस्था का निर्माण है। उनका मानना ​​है कि संस्कृति को बचाकर ही हमारी आर्थिक व्यवस्था को सुधारा जा सकता है।

इसमें कहा गया है कि अगर समझौते में देशी गायों के महत्व को उजागर किया जा सके तो इससे दोनों देशों की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा और गायों की भी रक्षा हो सकेगी. शास्त्रों में भी गायका विशेष महत्व है।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

22,027FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles