मध्य प्रदेश को गति देने के लिए प्राइड आफ एमपी समारोह में सम्मानित हुई प्रदेश की 75 आइटी कंपनियां
इंदौर (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश शिक्षा के बाद आईटी हब के तौर पर उभर रहा है। यहां टीसीएस, इंफोसिस, एक्सेंचर जैसी कई बड़ी कंपनियां आ चुकी है। इसके साथ ही देश-दुनिया की कई बड़ी कंपनियां इंदौर में आ चुकी है। प्रदेश की स्थानीय कंपनियां भी अब अपना व्यवसाय देश-दुनिया के कई शहरों और देशों में पहुंचा रही है और सेवा दे रही है। प्रदेश की इन्हीं आईटी कंपनियों को प्रोत्साहित करने के लिए इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में शुक्रवार को प्राइड ऑफ एमपी अवॉर्ड समारोह हुआ। समारोह में प्रदेश की टाप 25 और बेहतर कार्य करने वाली 50 आईटी कंपनियों को केंद्रीय मंत्री द्वारा संबोधित किया गया।
प्राइड ऑफ एमपी अवॉर्ड समारोह का आयोजन इन्वेस्ट इंदौर, वर्की और सांसद संकल्प सेवा द्वारा आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि भारत सरकार के उद्यमिता और आईटी के केंद्रीय मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर जी थे। उन्होंने आईटी कंपनियों को संबोधित करते हुए कहा कि पहली बार देश के सबसे स्वच्छ शहर में आना हुआ। स्वच्छता के मामले में इंदौर ने देश के सामने एक बड़ा उदाहरण पेश किया है। उन्होंने कहा यह समय भारत का है। कोरोना महामारी के बाद कई क्षेत्रों को काफी गति मिली है। खासकर तकनीकी की मांग बढ़ी है। तकनीक के साथ बने रहना और इसे आगे बढ़ाना दुनियाभर के लिए महत्वपूर्ण हो गया है। दुनिया के देशों में भारत की छवि बहुत अच्छी हुई है। कोरोना महामारी के समय में भारत ही नहीं कई देशों में संकट खड़ा हो गया था। यह समय सभी के लिए परेशान करने वाला था। यूएस और चायना भी मंदी से बच नहीं पाया है। भारत सबसे तेजी से बढ़ता देश है। हमनें कुछ समय में लाखों वैक्सीन डोज तैयार किए और खुद के साथ दूसरे देशों को भी मदद की। अब समय सेमीकंडक्ट, एआई, ब्लॉक चेन और अन्य तकनीक का है। 2014 के पहले तक हम 92 फीसदी मोबाइल बाहर के देशों से मंगाते थे, लेकिन अब यह समय है कि 97 फीसदी मोबाइल का उत्पादन कर रहे हैं। इसमें से आईफोन और सेमसंग जैसे मोबाइल भी बनाकर बाहर के देशों को भेज रहे हैं। तकनीकी और इलेक्ट्रानिक्स उपकरण के उत्पादन में चायना जैसे देशों को चुनौती दे रहा है।
इंदौर को आईटी और स्टार्टअप हब बनाएंगे
सांसद श्री शंकर लालवानी जी ने कहा कि कहा भारत तेजी से आईटी के क्षेत्र में बढ़ रहा है। बैंगलुरु में भी आईटी के क्षेत्र में बहुत कार्य हुआ है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कह चुके हैं कि प्रदेश अगले दस सालों में अन्य शहरों से आगे जाएगा।इंदौर में भी आईटी क्षेत्र को जगह देने के लिए सरकार काफी कार्य कर रही है। इसी के तहत इंदौर में जिस जगह राजकुमार मिल हुआ करती थी अब वहां आईटी पार्क बनाने की योजना पर कार्य हो रहा है।आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हुए प्राइड ऑफ एमपी अवॉर्ड से दूसरी कंपनियों को भी प्रेरणा मिलेगी। इंदौर को आईटी और स्टार्टअप हब बनाएंगे।
वर्की देश के अन्य राज्यों और शहरों में भी समारोह आयोजित करेगा
इन्वेस्ट इंदौर के श्री सचिव सावन लड्ढा जी ने कहा कि प्रदेश की आईटी कंपनियों को केंद्र और प्रदेश सरकार सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। यहां कई तरह की फंडिंग उपलब्ध है। शहर की हवा, वायु और यातायात की सुविधाएं बेहतर है। एयरपोर्ट से इंदौर के किसी भी क्षेत्र में कुछ मिनट में पहुंचा जा सकता है। जबकि बैंगलुरु जैसे शहरों में यह बड़ी चुनौतियां है। अकेले इंदौर की आईटी कंपनियों में 30 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिल रहा है। करीब 2400 करोड़ रुपये का व्यवसाय हो रहा है। वर्की देश के अन्य राज्यों और शहरों में भी समारोह आयोजित करेगा।
इससे इमर्जिंग शहर इंदौर के साथ ही अन्य शहरों में भी रोजगार बढ़ेगा डिविजन कमिश्नर डा. पवन शर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश भारत में सबसे तेजी से बढ़ता प्रदेश है। सबसे ज्यादा जीडीपी प्रदेश की है। आने वाले समय में इंदौर में प्रवासी भारतीयों के लिए एक बड़ा समारोह हो रहा है। जनवरी 2023 में इन्वेस्टर समिट होने जा रही है। आईटी में बेहतर कार्य हो रहा है। शहर के तीनों आईटी पार्क भर चुके हैं और अब नए पार्क स्थापित करने पर कार्य चल रहा है।