नई दिल्ली: भारत के अग्रणी डिसइनफेक्टैंट ब्रांड लाइजॉल ने आज अपने नए विज्ञापन अभियान सेफ टू टच को पेश किया। इस अभियान को मौजूदा महामारी के दौरान किटाणुओं और वायरस से लड़ने में मदद के लिए फर्श को डिसइनफेक्ट करने के महत्व पर जागरूकता फैलाने के लिए तैयार किया गया है।
कोविड-19 महामारी की शुरुआत से ही, लाइजॉल जानलेवा संक्रमण की चेन को तोड़ने में मदद के लिए डिसइनफेक्शन की जरूरत को समझाने के लिए उपभोक्ताओं को शिक्षित कर रहा है। लाइजॉल डिसइनफेक्टैंट सरफेस क्लीनर, जो भारत में निर्मित है, का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त स्वतंत्र प्रयोगशाला द्वारा परीक्षण किया गया है और इसे कोविड-19 वायरस के खिलाफ 99.9 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है।
सुखलीन अनेजा, सीएमओ, मार्केटिंग डायरेक्टर, आरबी हाइजीन, साउथ एशिया ने कहा, “लाइजॉल एक वैश्विक डिसइनफेक्शन चैम्पियन है और मौजूदा महामारी से अपने प्रियजनों को बचाने के लिए फर्श को डिसइनफेक्ट करने की जरूरत और महत्व पर उपभोक्ताओं को जागरूक कर रहा है। हमें अपने चारों तरफ बहुत अधिक स्वच्छता रखने की आवश्यकता है और ऐसे में हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम उपभोक्ताओं को व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ सरफेस डिसइनफेक्शन की जरूरत पर शिक्षित करें। लाइजॉल की डिसइनफेक्टैंट मल्टी-सरफेस क्लीनर रेंज का परीक्षण किया गया है और यह कोविड-19 वायरस को मारने में प्रभावी साबित हुई है। नए विज्ञापन अभियान के साथ लाइजॉल का उद्देश्य उपभोक्ताओं को अपने घर में प्रत्येक सतह को सुरक्षित बनाने के लिए केवल सफाई नहीं बल्कि किटाणुमुक्त बनाने की जरूरत पर जागरूक करना है।”
डा. स्कंद सक्सेना, डायरेक्टर आरएंडडी, आरबी हाइजीन होम, साउथ एशिया, ने कहा, “आरबी में, हम एक स्वच्छ, स्वस्थ दुनिया के निर्माण के लिए सुरक्षा, उपचार और पोषण जैसे अथक प्रयास कर रहे हैं। आरबी के पोर्टफोलियो में लाइजॉल डिसइनफेक्टैंट सरफेस क्लीनर प्रमुख हाईजीन प्रोडक्ट्स में से एक है, जिसे परीक्षण में कोविड-19 वायरस के खिलाफ 99.9 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है। इन परिणामों ने यह सिद्ध किया है कि लाइजॉल डिसइनफेक्टैंट सरफेस क्लीनर दूषित फर्श को डिसइनफेक्ट कर इस जानलेवा संक्रमण को फैलने से रोकता है और घरों को साफ एवं रोगाणु मुक्त रखने में मदद करता है।”
नया अभियान व्यवहार में बदलाव लाने वाला अभियान है और इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को जागरूक बनाना है। इस पर बोलते हुए प्रसून जोशी, सीईओ और सीओओ, मैककैन वर्ल्डग्रुप ने कहा, “यह फिल्म किटाणुओं एवं वायरस से स्वयं को और अपने परिवारों को सुरक्षित रखने के लिए उपभोक्ताओं को शिक्षित करने पर आधारित है, जो वर्तमान परिदृश्य में बहुत महत्वपूर्ण और प्रासंगिक है। यह अभियान घर में केवल फर्श पर ही नहीं बल्कि डोरनॉब्स, किचन काउंटर्स आदि जैसे विभिन्न सरफेस पर किटाणुओं की उपस्थिति के बारे में जागरूक करता है।”
सेफ टू टच अभियान को पूरे भारत में विभिन्न भारतीय भाषाओं में दिखाया जाएगा, जो अपने प्रियजनों को सुरक्षित रखने और संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए घरों के फर्श को साफ और डिसइनफेक्ट करने की जरूरत पर केंद्रित है।