नई दिल्ली: वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और वैज्ञानिक एवं नवीकृत अनुसंधान अकादमी (एसीएसआईआर) ने मिलकर ‘विज्ञानग्रन्थ’ नामक पीएचडी शोध पोर्टल की शुरुआत की है। यह पोर्टल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जुड़ी अत्याधुनिक खोजों और नवाचार को प्रोत्साहन एवं समर्थन देने की दिशा में काम करेगा। शोध और अनुसंधान से संबंधित राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों को आगे बढ़ाना भी इसकी कार्ययोजना में शामिल है। कुल मिलाकर विज्ञान, प्रौद्योगिकी और गणित (एसटीईएम) से जुड़े शोध एवं विकास को समग्र दृष्टिकोण प्रदान करना ही इसका मूल लक्ष्य है।
एकीकृत रक्षा स्टाफ(चिकित्सा) की उप-प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल डॉ माधुरी कानितकर ने इस पोर्टल का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा, “सूचना और ज्ञान को व्यापक स्तर पर विश्व के लिए सुलभ बनाने हेतु शोध का महत्वपूर्ण योगदान है। इसीलिए महिला वैज्ञानिकों को विज्ञान के क्षेत्र में और अधिक तत्परता दिखानी चाहिये।”
विज्ञानग्रन्थ के अवसर पर एसीएसआईआर के निदेशक डॉ आर एस सांगवान ने बताया कि वर्ष 2020 में प्रधानमंत्री जी ने सीएसआईआर की सोसायटी बैठक में पीएचडी करने वाले शोधकर्ताओं के लिए एक डेटाबैंक की आवश्यकता की बात की थी। इसके अलावा देश में राष्ट्रीय समस्याओं, आवश्यकताओं और मांगों को पूरा करने के लिए अनुसंधान कार्य और इससे जुड़े विषयों को शामिल करने वाले एक पोर्टल की आवश्यकता पर भी बल दिया था। उनकी बात को ध्यान में रखकर इस पोर्टल को प्रधानमंत्री के सुझाव के अनुरूप तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पोर्टल पर करीब 7000 शोध सार उपलब्ध हैं। इन्हें प्रमुख शब्दों और विषयों द्वारा खोजा जा सकता है।
इस अवसर पर ‘कोविड-19 के खिलाफ अभियान में सीएसआईआर महिला शोधकर्ता सबसे अग्रणी’ विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न सीएसआईआर प्रयोगशालाओं से जुड़ी पांच महिला शोध छात्राओं ने पीपीई, कोविड-19 औषधियों, वायरल सीक्वेंसिंग, कीटाणुशोधन प्रणालियों से संबंधित अपने शोध कार्य को साझा करते हुए कोविड -19 के खिलाफ सीएसआईआर की जंग के एक सिपाही के रूप में अपनी सहभागिता की चर्चा की। (इंडिया साइंस वायर)